Thursday, 28/3/2024 | 1:18 UTC+0
Breaking News, Headlines, Sports, Health, Business, Cricket, Entertainment  News18Network.com

गर्मियों में शरीर के लिए अमृत समान है बेल के सेवन

गर्मियों में शरीर के लिए अमृत समान है बेल के सेवन

गर्मी के मौसम में हर गली, चौराहे, बाजार में बेल का शर्बत, बेल जूस आदि की रेड़ियां और दुकानें आसानी से मिल जाती हैं। इसकी वजह एकदम साफ है क्योकि बेल औषधीय गुणों से भरपूर है इसी वजह से प्राचीन काल से ही लोग बेल को पसंद करते आ रहे हैं। सुपाच्य सस्ताऔर औषधीय होने से बेल शरीर के लिए अमृत के भाति माना गया है। इसके बहुत से फायदे है। हर बीमारी के लिए जैसे कब्ज, गैस, एसीडिसी, अपच समेत पेट की एक रामबाण इलाज है। बवासीर की समस्या को दूर करने के लिए नियमित तौर पर एक गिलास बेल जूस फायदेमंद होता है। ये नसों को काफी आराम दिलाता है।

गर्मी के मौसम में अक्सर डायरिया और पेचिस शिकायत हो जाती है। ऐसे में बेल शर्बत से बहुत जल्दी डायरिया और पेचिस को आराम दिलाता है।  बेल जूस के सेवन से आहारनाल के छाले और पेट के अल्सर को जल्द ही ठीक करता हैं। इसके साथ ही स्वास संबंधी किसी भी बीमारियों में बेल के सेवन से अधिक फायदा मिलता है। जिन लोगो को मधुमेह (डायबिटीज) की शिकायत है वे लोग भी बेल को खाकर या उसका शर्बत पी सकते हैं। खासतौर इस बात का ध्यान रहे की उसमें चीनी नहीं मिलनी है, इससे जल्द ही आराम मिलेगा।

हर तरह की बीमारी के लिए है रामबाण:

बेल का सेवन शरीर की बेकार चर्बी, मसलन कॉलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
इसके साथ ही शरीर में सूजन, या गर्मी ज्यादा लगती है, आंखों की जलन, मानसिक तनाव, थकान जैसी कई समस्याओं को बेल के जूस खत्म करता है। बेल के सेवन से बिटामिन सी की कमी से होने वाला स्कर्वी रोग को भी फायदा मिलता है। बेल मे विटामिन ए, सी, प्रोटीन, नियासिन, रिबोफ्लेविन, कैल्शियम, पोटेशियम, फॉसफोरस, थियामिन, कार्बोहाइड्रेट आदि की निश्चित मात्रा पायी जाती है इसके साथ ही ये वसा रहित होता है। ये एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है। इसे आंख-कान की दिक्कते, बुखार, गठिया समेत कई बीमारियों में बेल के सेवन अत्यधिक लाभप्रद होता है। ये कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने के लिए एक रामबाण इलाज है।

प्राचीन ग्रंथो मे यहा तक लिखा है कि बेल की पत्तियों के रस में सांप के जहर को काटने का गुण पाया जाता है। बेल का औषधीय गुणों का वर्णन प्राचीन यजुर्वेद में है। वैदिक काल से बेल को प्रयोग लोग अलग-अलग प्रकार से करते थे। हिन्दू धर्म के लोग अपने आराध्य भगवान् भोले नाथ पर बेल की पत्तियों को अर्पण करते हैं। हालांकि बेल जूस के अलावा बेल का मुरब्बा भी बनाया जाता है। बेल की शीतलता को वर्तमान समय में दुनिया के कई देशों में बहुत पसंद किया जाता है।

POST YOUR COMMENTS

Your email address will not be published. Required fields are marked *