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गरीब बच्चों की ख्वाहिशों को पंख लगा रहे सुशील

गरीब बच्चों की ख्वाहिशों को पंख लगा रहे सुशील

नई दिल्ली। अपने सपने तो सभी पूरा करते है पर बहुत कम ही ऐसे लोग होते है जो दूसरो के सपने पूरा करते है। आइये हम आपको ऐसे इंसान से मिलवाते है जो अपने सपने तो पूरा नही कर सका पर गरीब बच्चो के सपने पूरा कर रहा है। पिछले 8 सालों से दिल्ली के सुशील ठाकुर गरीब बच्चों की ख्वाहिशों को पूरा करने का काम कर रहे हैं। सुशील बचपन से ही भारत की तरफ से क्रिकेट खेलना चाहते थे पर गरीबी के चलते वो अपना सपना पूरा नही कर सके।

अपनी ख्वाहिशों को पूरा न कर पाने के कारण सुशील ने गरीब बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग देना स्टार्ट कर दिया। सुशील वर्तमान में एयर इंडिया में नौकरी कर रहे है और साथ ही गरीब बच्चों को निशुल्क क्रिकेट की ट्रेनिंग दे रहे हैं। सुशील एयर इंडिया में भी क्रिकेट ट्रेनिंग दे चुके हैं। सुशील वर्तमान में दिल्ली तमिल एजुकेशन असोसिएशन के ग्राउंड में तुगलक क्रिसेंट क्रिकेट अकैडमी चला रहे है। सुशील कहते हैं कि पैसे के अभाव में वह गरीब बच्चों का टैलेंट मरने नहीं देना चाहते। सुशील ने बताया कि अपनी क्रिकेट अकैडमी का नाम ‘तुगलक’ रखने के पीछे भी एक कहानी है।

सुशील ने बताया, ‘ जिस ग्राउंड में सुशील बचपन में खेलते थे उसका नाम भी तुगलक था, उसी के नाम पर मैंने अपनी अकैडमी का नाम तुगलक क्रिसेंट क्रिकेट अकैडमी रखा है।’  सुशील, हर सप्ताह में कम से कम चार दिन अपने नौकरी से समय निकाल कर बच्चो को क्रिकेट सिखाते हैं। वर्तमान में उनकी अकैडमी में लगभग 35 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस अकैडमी में 10 से 22 तक के स्टूडेंट क्रिकेट सीखते है। कुछ लोगों ने अपने बच्चों को नामी क्रिकेट अकैडमी से निकालकर सुशील के पास भेजना शुरू किया है।
लोगो का कहना है कि सुशील कि समर्पन भाव को देखकर वो ऐसा किये है साथ ही वे लोग सुशील को उनकी अकैडमी चलाने के लिए आर्थिक सहायता भी कर रहे हैं। सुशील की अकैडमी की टीम कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है साथ ही विजेता भी बन चुकी है। पिछले सात सालों से सुशील से क्रिकेट का प्रशिक्षण ले रहे हैं  19 वर्षीय खिलाड़ी दीपक गहलोत कहते है कि वो भारतीय क्रिकेट टीम कि तरफ से खेलना चाहते हैं। उनके साथ कोच सुशील भी दीपक के इस सपने को पूरा करने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।

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