9वीं में मिला ऐडमिशन चार साल की बच्ची को, बहन कर रही PhD 15 साल की उम्र में…
23/08/2016
लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स की दावेदार बन चुकी है 5 साल से भी कम उम्र की अनन्या वर्मा।वह अभी 4 साल, 8 महीने और 21 दिन की है और सोमवार को लखनऊ के एक स्कूल में उसे कक्षा 9 में ऐडमिशन दिया गया है।
अनन्या दो साल के अंदर ही यूपी बोर्ड कि परीक्षा देंगी और अगर अनन्या परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाती है तो वो अपनी ही बहन सुषमा वर्मा का रिकॉर्ड तोड़ेगी। उसकी बहन सुषमा ने 2007 में जब वह केवल सात साल की थी, तब बोर्ड की परीक्षा पास की थी। जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी ने बताया, ‘अनन्या के इतने प्रतिभाशाली होने के कारण हमें उसे नौवीं कक्षा में ऐडमिशन देना पड़ा।’ दोनों बहनों को सेंट मीरा इंटर कॉलेज में ऐडमिशन मिला। केवल कक्षा 8 तक ही बोर्ड, होम एजुकेशन की इजाजत देता है। अनन्या अब अच्छी हिंदी बोल लेती है और कक्षा नौ की किताबें आसानी से पढ़ और समझ सकती है।
अनन्या का जन्म 1 दिसंबर 2011 को हुआ और उसके पिता का नाम तेज बहादुर सिंह है, जो बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) में असिस्टेंट सुपरवाइजर हैं। अनन्या की मां को पढना और लिखना तक नहीं आता है। उसका एक भाई और बहन दोनों ही जीनियस हैं। अनन्या का बड़ा भाई शैलेंद्र 14 साल की उम्र में ही BCA कर चुका था। 15 कि उम्र में सुषमा को BBAU में PhD में ऐडमिशन मिल गया था। साल 2007 में उसका नाम लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में सबसे कम उम्र में बोर्ड की परीक्षा पास करने के लिए दर्ज हुआ था। मात्र 13 साल की उम्र में सुषमा ने B.Sc. कर लिया था।
उनके पिता तेज बहादुर ने कहते है कि , एक साल की उम्र में ही अनन्या रामायण और सुंदरकांड पढ़ लेती थी। उसपर कभी कोई भी पढने के लिए जोर नहीं डालता था । हमारे परिवार पर भगवान की कृपा है, जो हमारे बच्चे इतने प्रतिभाशाली हैं।’ अनीता रात्रा जो अनन्या की प्रिंसिपल है कहती है उनकी इस अद्भुत प्रतिभा देखकर हम सब आश्चर्य में हैं। उन्होंने बताया, ‘वह हमारे पास जून में ऐडमिशन के लिए आई थी। तब उसने कहा था कि उसकी बहन को 9 एडमिशन दिया गया था, पर उसे 10 में एडमिशन चाहिए । मैंने उससे अखबार पढ़ने के लिए कहा तो वह बिल्कुल अच्छी तरह पढ़ने लगी। उसमे समझने की क्षमता बहुत है तथा वह कुछ भी पढ़कर तुरंत याद कर लेती है ।
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