साक्षी मलिक ने जीता कुश्ती में पहला कांस्य पदक
18/08/2016
भारत की साक्षी मलिक ने रियो ओलिंपिक के 12वें दिन फ्रीस्टाइल कुश्ती के 58 किलोग्राम भारवर्ग में किर्गिस्तान की एसुलू तिनिवेकोवा को 8-5 से हरा कर कांस्य पदक को आपने नाम कर लिया । आपको बता दें कि क्वॉर्टरफाइनल में साक्षी को हराने वाली रूस की पहलवान को बलोवा झोलोबोवा वालेरिया के फाइनल में प्रवेश करने के कारण साक्षी को कांस्य पदक के लिए रेपेचेज मुकाबले में हिस्सा लेने के मौका मिला था। कांस्य पदक जीतने के लिए साक्षी को दो मुकाबलों में जीतना था। साक्षी इन दोनों मुकाबलों में जीत गयी और भारत को पहला मेडल दिला दिया। सब जानते है कि सुशील कुमार ने भी पेइचिंग ओलिंपिक में इसी तरह रेपेचेज राउंड में जीत कर कांस्य पदक जीता था।
रेपेचेज राउंड में साक्षी का सबसे पहले सामना मंगोलिया की ओरखोन पुरेवदोर्ज से हुआ। साक्षी मुकाबले में पहले हाफ से ही शुरुआत में ही 2 अंको से आगे थी । हालांकि ओरखोन ने शानदार वापसी करते हुए कुछ ही देर में मुकाबले को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। परन्तु साक्षी ने दूसरे हाफ में शानदार प्रदर्शन करते हुए ओरखोन को 12-3 से हराकर बेहतरीन जीत हासिल की।
साक्षी मलिक का दूसरे मुकाबले में सामना किर्गिस्तान की पहलवान एसुलू तिनिवेकोवा से हुआ। एसुलू ने शुरू से ही साक्षी पर अपना दवाब बनाये रखते हुए पहले राउंड के ख़त्म होने तक 5 अंक से आगे थी । पर दूसरे राउंड में साक्षी ने शानदार वापसी करते हुए इस अंतर को 4-5 तक कर दिया। उसके बाद साक्षी बढती चली गयी और मुकाबले को 8-5 से अपने नाम कर लिया। इसी के साथ भारत को पहला मेडल भी मिल गया। रियो में साक्षी मलिक ने पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इसी के साथ कुश्ती में पदक जीतने वाली साक्षी ओलिंपिक में पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। भारत ने कुल मिलाकर अब तक ओलिंपिक खेलों में कुश्ती में 5 पदक जीते है ।
भारत को ओलिंपिक गेम्स में कुश्ती में पहला पदक 1952 में हेलसिंकी में खशाबा जाधव ने दिलाया था। इसके बाद 56 सालों तक के लम्बे इंतजार के बाद सुशील कुमार ने 2008 में पेइचिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक दिलाया। फिर 2012 में भारत ने कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो पदक हासिल किए थे।
गौरतलब है कि इससे पहले साक्षी मलिक ने 58 किग्रा भारवर्ग के क्वॉलिफेकशन राउंड में स्वीडन की पहलवान मलिन जोहान्ना मैटसन को 5-4 से हराया था। साक्षी को मुकाबले में 3 क्लासिफिकेशन अंक और इसानू को केवल एक क्लासिफिकेशन अंक भी मिले थे। इसके बाद साक्षी ने तकनीकी अंकों के आधार पर प्रीक्वॉर्टर फाइनल में मारियाना चेरदिवारा को हराया। दोनों 5-5 अंक से बराबर पर थी लेकिन साक्षी द्वारा लगातार चार अंक अर्जित करने के कारण उन्हें विनर घोषित किया गया। दूसरी और साक्षी को क्वॉर्टर फाइनल में रूस की वेलेरिया कोबलोवा ने एकतरफा मुकाबले में साक्षी को 9-2 से हराया था। इसी कारण साक्षी सिल्वर और गोल्ड मेडल की रेस से बाहर हो गयी।
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