सपा के गुंडों पर साधा निशाना: मायावती
30/06/2016
सवा चार साल में उत्तर प्रदेश की जनता त्रस्त हो गयी है। यूपी में गुंडे, माफियाओं और आपराधियों का आतंक होता है।यहा तक कि पुलिसकर्मियों को बदमाश मार दे रहे हैं और सरकार खुद को अपनी जिम्मेदारी से मुक्त होने के लिए कुछ पैसे दे देती है। ये सारी बातें लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को कहीं। मायावती ने बताया कि यूपी कि पुलिस भी अब अपराधियों से डर रही है। यहां सबसे ज्यादा असुरक्षित सरकारी कर्मचारी है। पूरी कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश में ध्वस्त हो चुकी है। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्यपाल को यूपी ओर अधिक ध्यान देना चाहिए।
हालांकि मायावती का यह आरोप है कि सपा पार्टी के मुखिया के कारण ही यूपी में बड़े बड़े अपराध होते हैं। सपा पार्टी जातिवादी, क्षेत्रवादी मानसिकता की है, यूपी में विकास रुक गया है ऐसा कहना है मायावती का। इसके बाद मायावती ने बीजेपी पर ऊँगली उठाते हुये कहा दादरी, मथुरा और कैरानी सपा और बीजेपी की देन है साथ ही उन्होंने बताया कि यहां प्रदेश कि जनता सुरक्षित नहीं है यही मुख्य वजह है कि राज्यपाल और केंद्र सरकार को अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाने से पीछे नहीं हटना चाहिए।
मायावती ने सपा सुप्रीमो ने मुख्तार की पार्टी के सपा के विलय के बारे में भी बात कि। उन्होंने बताया कि, विलय रद्द करना नाटक है और सपा को दागियों को मंत्री बनाने से कोई लाभ नहीं होगा। मायावती ने कहा कि अगर यूपी सरकार जनता के लिए जरा भी फ़िक्रमंद है तो सभी अपराधियों को अपनी सरकार से तुरंत बाहर निकाल देना चाहिए। सपा को पार्टी में शामिल सभी अपराधियों, माफियों, गुंडों को जेल की सलाखों के पीछे भेज देना चाहिए मगर सपा ऐसा बिल्कुल नहीं कर सकती है क्योंकि यदि वो ऐसा करेगी तों न केवल प्रदेश की जेलें छोटी पड़ जाएंगी बल्कि समाजवादी पार्टी भी खाली हो जाएगी।
अच्छे दिनों का इंतजार कर रही है जनता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आगे मायावती ने कहा कि चुनाव देखते ही मोदी फिर से जनता से झूठे वादे करने लगे है। उनका कहना है कि साल 2014 में बीजेपी ने जो वादे किए थे उनका क्या हुआ? यूपी कि जनता तों आज भी अच्छे दिनों का इंतजारह ही कर रही है। उन्होंने ये सवाल भी उठाया कि लगभग दो साल में बीजेपी सरकार ने कितनी गरीबी मिटाई है? मायावती ने कहा कि बीजेपी के झूठे वादों से सावधान रहने की जरूरत है। यहां तक की दिल्ली में केंद्र के अधीन लॉ एंड ऑर्डर फेल है। दिल्ली की अपेक्षा उत्तर प्रदेश की आबादी अधिक है कम आबादी के बावजूद भी दिल्ली में कानून व्यवस्था फेल है। मायावती ने बताया कि दूसरी पार्टियों में बीएसपी के टिकट के लिए भगदड़ मची है।
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