फ़ेक ट्विटर अकाउंट पर अपने विचार लिखूं: स्वरा भास्कर
02/07/2016
बीते समय पहले जेएनयू विवाद पर हुए मामले में अपनी राय रखने के लिए विरोध झेल चुकी अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने बताया कि जेएनयू मामले पर बोलने पर मेरे दोस्तों ने मुझे मना किया था कि अगर मैंने इस बारे में कुछ कहा तो मुझे फ़िल्में मिलनी बंद हो सकतीं हैं. ‘तनु वेड्स मनु’ और ‘प्रेम रतन धन पायो’ समेत कई हित फ़िल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाली अभिनेत्री स्वरा भास्कर अपने खुले विचारों के लिए भी जानी जाती हैं. जेएनयू विवाद में कुछ महीनों पहले ही ‘खुला खत’ भी उन्होंने लिखा था और सभी सोशल नेटवर्किंग साइट पर जिसके बाद उनका जमकर विरोध भी किया गया था.
इस विवाद के बारे में स्वरा कहती हैं, कई बार मुझे ऐसा लगता है कि मै ट्विटर पर फेक अकाउंट बना लूं और वहां पर अपने विचार लिखूं. दरअसल स्वरा के दोस्तों ने भी उनको अपने मतों को इस तरह व्यक्त न करने की नसियत दी है. इस बारे में आगे स्वरा ने बताया कि मेरे करीबी दोस्तों ने मुझसे साफ़ साफ़ कहा कि यदि तुम अपना फ़िल्मी ‘करियर सुसाइड’ नहीं करना चाहती हो, तो ऐसी फिज़ूल की बातों में अपना समय बर्बाद मत करो.
आगे बातचीत में स्वरा अपने निर्णय के बारे में कहती हैं कि इस सब के बाद मुझे भी समझ आ गया कि फ़िल्म बनाने में मेरा पैसा नहीं लगता है और फिल्म की कामयाबी से केवल मेरा ही भविष्य नहीं जुड़ा होता है. इस कारण सबकी भलाई के लिए मै फ़िल्म के रिलीज़ होने तक किसी भी विवादित मामले में अपने विचार व्यक नहीं करुगी. स्वरा भास्कर की आए वाली फ़िल्म ‘निल बट्टे सन्नाटा’ है और इ फिल्म में वो चौदह साल की लड़की की मां के किरदार में नजर है. अपने करियर के इस पड़ाव पर एक मां का किरदार करने का निर्णय क्यों लिया? इस सवाल स्वरा ने कहा, इस फ़िल्म की निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी ने जब मुझे ‘निल बट्टे सन्नाटा’ का प्रस्ताव दिया, तो मैंने इस फिल्म को मना करने के लिए ही स्क्रिप्ट को पढ़ने के लिए हाँ कहा था, लेकिन जब मैंने फिल्म की कहानी पढ़ी तो इसके बाद मां किरदार मुझे प्रभावी लगा और मैंने अंत में फ़िल्म के लिए हां कर दी.
शुरुआती दौर में अभिनेत्री स्वरा भास्कर का बॉलीवुड करियर काफी उतार चढ़ाव से भरा रहा. इस बात पर स्वरा ने बताया कि, कमर्शियल फ़िल्मों की भूमिका पर मेरी कभी कैंची नहीं चलाई गई है, मगर उधर, मुख्य भूमिका वाली फ़िल्मों के पीछे बैनर भी छोटे होते हैं. इसी वजह से फ़िल्म वितरकों को अधिक से अधिक स्क्रीन के लिए मनाना काफी मुश्किल होता है.
बॉलीवुड की वजह से मिली पहचान पर खुशी जताते हुए स्वरा कहती हैं कि, वैसे कमर्शियल फिल्मो में साइड एक्ट्रेस की भूमिका निभाने की वजह से लोग मुझे पहचानते हैं और ऑटोग्राफ से लेकर फोटोग्राफ तक लेते हैं. अब रही बात किसी और भूमिका की तो उस पर वे कहती हैं, हमेशा मैं ऐसे किरदार निभाती रहूंगी, जिनमें मुझे कई चुनौती मिलती है मैं एक अच्छी अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान बॉलीवुड में बनाना चाहती हूं, और बेसिर पैर की भूमिका निभाकर मशहूर अभिनेत्री की तरह मै खुद को स्थापित बॉलीवुड करना चाहती हूं.
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