नहीं रहे लांस नायक हनुमनथप्पा, आर्मी अस्पताल में हुआ निधन
07/07/2016
चमत्कारिक रूप से जीवित निकाले गये सियाचिन ग्लेशियर से बहादुर सैनिक लांस नायक हनुमनथप्पा कोप्पाड का निधन दिल्ली की आर्मी अस्पताल में हो गया। एक वरिष्ठ अधिकारी सेना ने बतया कि, लांस नायक हनुमनथप्पा अब नहीं रहे। दिल्ली की आर्मी अस्पताल में गुरुवार की सुबह उन्होंने 11.45 मिनट पर अंतिम सांस ली। मद्रास रेजिमेंट के 33 वर्षीय सैनिक हनुमनथप्पा के परिवार में उनकी पत्नी महादेवी अशोक बिलेबल और दो साल की एक बेटी नेत्रा कोप्पाड है। कर्नाटक के धारवाड़ के बेटा दूर गांव के रहने वाले कोप्पाड 13 साल पहले सेना से जुड़े थे।
बुधवार को हनुमनथप्पा की तबीयत काफी बिगड़ गयी थी। मंगलवार नौ फरवरी को उन्हें यहां आर्मी रिसर्च ऐंड रेफरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। तीन फरवरी को 19,600 फुट की उंचाई पर सियाचिन में हिमस्खलन के बाद बर्फ में दबने के बावजूद हनुमनथप्पा छह दिन तक मौत को मात देने में कामियाब रहे। ‘चमत्कारी मानव’ का नाम उन्हें दिया गया है। आर्मी अस्पताल के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों, एक वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष और एक वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट और एम्स के विशेषज्ञों के एक पैनल ने बुधवार के दिन उनकी हालत की समीक्षा की थी। बीते तीन दिनों से दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। गुरुवार के दिन सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर उनका निधन हो गया। निधन की वजह मल्टी ऑर्गन फेलियर बताई जा रही है। आखरी समय में उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
लांस नायक हनुमंतप्पा की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीटर के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। वही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हनुमंतप्पा कोप्पाड के निधन पर शोक जताया है। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और साथ ही ‘आप’ नेता कुमार विश्वास ने भी अपनी संवेदनाओं को व्यक्त किया। साथ ही कई अन्य नेता उमर अब्दुल्ला, अमित शाह और रविशंकर प्रसाद ने भी शोक जताया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। दिल्ली में सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल उनका इलाज में किया जा रहा था। वह पिछले कई घंटे से कोमा में चले गए थे। उन्हें अस्पताल लाए जाने के दौरान ही वेंटिलेटर पर रखा गया था।
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