टी-20 के स्पेशलिस्ट है: पवन नेगी
07/07/2016
दिल्ली के रहने वाले 23 वर्षीय पवन नेगी वर्ल्ड टी-20 के लिए भारतीय टीम का सरप्राइज़ चेहरा हैं. वे टीम इंडिया का इकलौता नया चेहरा भी हैं, लेकिन नेगी को श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी-20 सिरीज़ के लिए पहले ही चुना जा चुका है. दरअसल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पवन नेगी का डेब्यू होना अभी बाक़ी है. ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न यही उठता है कि दिल्ली के इस युवा चेहरे में ऐसा क्या ख़ास है, जिसकी वजह से उन्हें वर्ल्ड टी-20 जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौक़ा मिलने वाला है.
दिल्ली की टीम में उनके साथी खिलाड़ी उन्मुक्त चंद ठाकुर ने कहा, ‘पवन नेगी की सबसे बड़ी ख़ासियत है, वह दबाव के वक्त में खुद पर गजब का नियंत्रण रखता है. मैच में दबाव जितना अधिक होता है, वह उतना ही कूल दिखने लगता है. यह बहुत बड़ी बात है.’ रोचक संयोग यह है कि पवन नेगी की इस कूलनेस में टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का अहम योगदान रहा है. बीते दिनों बीसीसीआई टीवी को दिए एक इंटरव्यू में पवन नेगी ने कहा था, ‘मैच सिचुएशन को समझने और उसके अनुसार खेलने का नज़रिया विकसित करना मैंने कप्तान धोनी से ही सीखा है’.
आमतौर पर यहीं वह पहलू नजर आता है जिसके कारण पवन नेगी वर्ल्ड टी-20 तक पहुंचे हैं. दरअसल, नेगी को आईपीएल के 2015 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलने का मौक़ा दिया गया था. सीजन के 10 मैचों में उन्हें विकेट तो छह ही मिले, लेकिन उन्होंने इन मैचों में 116 रन बनाए और उनकी स्ट्राइक रेट 150 के करीब है. बाएं हाथ के स्पिनर और बल्लेबाज़ के बतौर पवन नेगी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का भरोसा जीतने में सफल रहे. पवन नेगी की एक बड़ी ख़ासियत यह भी है कि वे धमाकेदार हिट लगाने वाले बल्लेबाज़ हैं और आवश्यकता पड़ने पर तेजी से रन बटोर भी सकते हैं. इसके बाद चैंपियंस लीग के फ़ाइनल में पवन नेगी ‘मैन ऑफ़ द मैच’ आंके गए. साथ ही उनकी पहचान टी-20 के स्पेशलिस्ट खिलाड़ी के तौर पर लगातार मज़बूत होती गई. उन्मुक्त चंद अपने साथी खिलाड़ी को बधाई देते हुए कहते हैं की, नेगी किसी भी टीम के लिए बेहद उपयोगी खिलाड़ी है और मुझे ऐसा लगता है कि वह मौक़ा मिलने पर टीम इंडिया के लिए भी बेहतर प्रदर्शन करेगा.
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