गन्ने का जूस पीते वक़्त रखे इन बातों पर ध्यान….
08/04/2017
गर्मियों में गन्ने का रस पीने से कई असरदार फायदे होते हैं। रुक्मणी बिड़ला हॉस्पिटल,जयपुर की चीफ डाइटीशियन डॉ. प्रीति विजय का कहना है कि हफ्ते में कम से कम से एक दिन गन्ने का रस पीना चाहिए। उनका मानना है कि गन्ने के रस के साथ कुछ हाइजीनिक प्रॉब्लम भी जुड़ी होती हैं, इसलिए इसे पीते समय हमे कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए।
- गन्ने के रस पीने से कोलेस्ट्रोल लेवल कम होता है जो हार्ट की बिमारियों से बचाता है।
- गन्ने के जूस में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाती है।
- इसमें सुक्रोज़, ग्लूकोस होता है जो कमजोरी दूर करता है और एनर्जी देता है।
- इससे मोटापा कम करने में मदद मिलती है क्योंकि इसे पीने से फट बर्निंग प्रोसेस तेज़ होती है।
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है जो सर्दी-जुखाम जैसे इन्फेक्शन से बचाता है।
- इसे पीने से बालों में नमी बनी रहती है जो स्किन और बालों को हेल्दी रखने में सहायक है।
- गन्ने के जूस में आयरन होता है यह खून की कमी से बचने में मदद करता है।
- गन्ने के जूस में एंटी carcinogenic एलिमेंट्स होते है यह कैंसर जैसे बीमारियों से बचाने में सहायक है।
- इसमें मैग्नीशियम होता है इसे पीने से बदन दर्द से राहत मिलती है।
- इसमें फॉस्फोरस होता है जो दांतों को मजबूत बनाते है और मसूड़े की प्रॉब्लम से बचाते है।
इसे पीते समय रखे ये सावधानी
- गन्ने का जूस पीते समय इसमें थोडा सा नमक मिलाये इससे गले में खरास नहीं होगी।
- इसमें बर्फ डालकर ना पियें क्योंकि अगर बर्फ गंदे पानी से बना है तो डीहाइड्रेशन या गला ख़राब हो सकता है।
- इसे ताज़ा ही पिए डर तक रखने से गन्ने के रस में टोक्सिन पैदा होते है जिससे इनडाइजेशन हो सकता है।
- गन्ने के रस से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है जिससे डायबिटीज बढ़ सकती है इसलिए डायबिटीज के मरीजों को गन्ने का रस नहीं पीना चाहिए।
- इसे बनाते वक़्त साफ़-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है अगर गन्ने का रस अनहाइजिनिक तरीके से बना है तो इससे पीलिया हो सकता है।
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