आइये जाने भारत के उन मंदिरो के बारे में जहां मिलता है सबसे सबसे विभिन्न प्रकार का प्रसाद
02/07/2016
कहा जाता हैं की ईश्वर को प्रसाद चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यही कारण है की प्राचीनकाल से ही अमीर हो या गरीब हो बच्चा हो या बूढा हो अपने सामर्थ अनुसार अपने देवी-देवता, इष्टदेव को प्रसाद चढ़ाते रहे हैं। भगवान को प्रसाद श्रध्दा, भक्ति और प्रेम भाव से या प्रभु के प्रति आभार प्रकट करने के लिए अरपर्ण किया जाता हैं।
और फिर उस प्रसाद को पूरे मन एवं श्रध्दा के साथ स्वयं ग्रहण करते हैं, क्योंकि उस प्रसाद में ईश्वर का अशीर्वाद और कृपा दृष्टि समां जाती है। क्या आपको पता है की हिन्दू धर्म के अंतर्गत भारत में कई मंदिर ऐसे भी हैं जहां पर दुसरे मंदिरों से अलग अद्दभुत प्रकार के प्रसाद बाटे जाते है। कुछ इस प्रकार के मंदिरों के बारे में आइये जानते है-
करनी माता का मंदिर (बीकानेर) – करनी माता का मंदिर जो की बीकानेर में स्थित है। इस मंदिर में कोई भी प्रसाद चढ़ता है तो भगवान के बाद सबसे पहले मूषक महाराज यानि चूहों को खिलाया जाता है। तत्पश्चात चूहों का भोग लगाया हुआ जूठा प्रसाद भक्तों में बाता जाता है।
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