अगर आप जानेंगे ये बाते तो बैंक नहीं कटेगा आपके अकाउंट से पैसे
30/08/2016
अगर महीने के अंत में आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट रहे है तो इसके लिए परेशान होने या हैरान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि बैंक कई बार आपको दी गयी सुविधाओ के चार्ज करते हैं। इन चार्ज को आम तौर पर हिडेन चार्ज के नाम पर जाना जाता है। चलिए हम आपको बताते है ऐसे पांच कॉमन हिडेन चार्ज के बारे में जो बैंक अपनी सुविधाओं के बदले में लेती हैं।
एवरेज मंथली बैलेंश चार्ज
सभी भारतीय प्राइवेट बैंक अपने अकाउंट होल्डर्स से अकाउंट में न्यूनतम बैलेंश मेनटेन करने को कहते हैं। अगर अपने किसी महीने अपने अकाउंट से ज्यादा पैसे निकाल लिए है और आपके अकाउंट में बैलेंस नहीं है तो 250 रूपए प्रति माह बैंक पेनल्टी चार्ज करेगा।
बैंक विजिट चार्ज
क्या आप यह जानते हैं कि आपने अपने बैंक के ब्रांच की कितनी बार विजिट की। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो शुरू कर दीजिए विजिट गिनना। प्राइवेट बैंक एक निश्चित सीमा से अधिक विजिट के बाद प्रति विजिट सर्विस फी चार्ज करते हैं। कुछ लोग को इस बात का पता नहीं है पर जो लोग पैसा जमा करने या निकालने के लिए ज्यादा बैंक जाते है उन्हें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए।
एटीएम चार्ज
पहले बैंक एटीएम से फ्री ट्रांजेक्शन करता था लेकिन अब आपका बैंक भी एटीएम चार्ज वसूलता है अगर अपने एक माह में एक निश्चित सीमा से अधिक ट्रांजेक्शन किया है तो। इसके अतिरिक्त बैंक के एटीएम से भी तय लिमिट से अधिक ट्रांजेक्शन करने पर चार्ज लगते हैं।
फंड ट्रांसफर चार्ज
भारत में किसी भी बैंक में पैसा भेजने का सबसे सरल तरीका इन्टरनेट के जरिये है, पर आपको इसकी भी कीमत चुकानी पड़ती है। बैंक अलग अलग फंड ट्रांसफर पर 5 रुपये से लेकर 25 रुपये तक चार्ज करते हैं। ये चार्ज इतना ज्यादा तो नही है पर अगर आप लगातार पैसे ट्रांसफर करते है तो यह राशि साल के अंत तक काफी हो जएगी
चेक ट्रांजेक्शन चार्ज
चेक से भुगतान करने पर या चेक प्राप्त करने पर कोई भी पैसा नहीं कटता है, पर यह इतना आसान नहीं होता है जितना हमें दिखता है। यदि कोई चेक बिना भुगतान के वापस चला आये तो बैंक इसपर पेनल्टी लगाता है। चेक के जरिए इंटरसिटी पेमेंट के केस में बैंक को क्लियरिंग के लिए अतिरिक्त कॉस्ट झेलनी पड़ती है। यह कॉस्ट बैंक अपने कस्टमर के अकाउंट से वसूलता है।
POST YOUR COMMENTS